ताक़ीद
ताक़ीद
क्यों हर शख्स उलझनो में उलझने की कोशिश करता है,
एक नाबीना सिर्फ और सिर्फ रौशनी की तलाश करता है।
क्यों मायूस है और क्यों इतना परेशान सा दिखता है,
तवक्कुल उस खुदा पे कर जो तीनो जहाँ का मालिक है।
तुझे इतना...
क्यों हर शख्स उलझनो में उलझने की कोशिश करता है,
एक नाबीना सिर्फ और सिर्फ रौशनी की तलाश करता है।
क्यों मायूस है और क्यों इतना परेशान सा दिखता है,
तवक्कुल उस खुदा पे कर जो तीनो जहाँ का मालिक है।
तुझे इतना...