तुम ही मेरी दुनिया हो
आजकल तुम्हारे बिना मुझे कुछ भी
अच्छा नहीं लगता है
जिधर भी देखु एकलौता मुझे
तुम्हारा ही चेहरा नजर आता है।
तू न दुनिया सी बन गयी हो मेरी,
बस गुजारिस है तुमसे दुनिया
की तरह न हो जाना।
ठहरी हुयी सी मेरी एक शाम
हो गए हो तुम बस गुजारिस है ।
तुमसे की तुम कहि ढल
मत जाना क्योकि तुमसे
आगे मैंने देखना अब
छोड़ दिया है तुम तक ही है
मेरा अब जो भी है बिन
तुम्हारे भी चलना मैं अब छोड़ दिया है।
# Tarranum Begum#
#writco#writco follow #
© All Rights Reserved
अच्छा नहीं लगता है
जिधर भी देखु एकलौता मुझे
तुम्हारा ही चेहरा नजर आता है।
तू न दुनिया सी बन गयी हो मेरी,
बस गुजारिस है तुमसे दुनिया
की तरह न हो जाना।
ठहरी हुयी सी मेरी एक शाम
हो गए हो तुम बस गुजारिस है ।
तुमसे की तुम कहि ढल
मत जाना क्योकि तुमसे
आगे मैंने देखना अब
छोड़ दिया है तुम तक ही है
मेरा अब जो भी है बिन
तुम्हारे भी चलना मैं अब छोड़ दिया है।
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