छत (टेररिस)
*छत*
शब्द भले ही दो है,पर इनका सार समुद्र की गहराई से भी बढ़कर है।
छत ही तो होती हैं, जो आशियाने को बनाये रखती है।
यह बचाती है,धूप और बरसात से।
हमारे बुजुर्ग भी उस छत के समान है,जो हम पर आने वाले हर संकट को उससे हमे बचाते है।
शब्द भले ही छोटा है,पर इसका सार बहुत बड़ा है।
यह शब्द गागर में सागर भरने के समान है।
हमारे माता पिता हमारे जीवन की वो छत हैं, जो हमारे दुख दर्द को दूर करते है।
© shastri ji
शब्द भले ही दो है,पर इनका सार समुद्र की गहराई से भी बढ़कर है।
छत ही तो होती हैं, जो आशियाने को बनाये रखती है।
यह बचाती है,धूप और बरसात से।
हमारे बुजुर्ग भी उस छत के समान है,जो हम पर आने वाले हर संकट को उससे हमे बचाते है।
शब्द भले ही छोटा है,पर इसका सार बहुत बड़ा है।
यह शब्द गागर में सागर भरने के समान है।
हमारे माता पिता हमारे जीवन की वो छत हैं, जो हमारे दुख दर्द को दूर करते है।
© shastri ji