हठ न कर
#बिखर
निखर जाएगा समझौता कर ले,
बिखर जायेगा ना हठ कर बे;
शीशा कहा टिकता गिर कर रे,
क्यो मिटा रहा तु खुद को यूँ,
टकरा क्यो रहा है तु पत्थरो से ये,
अब और तू न जिद्द कर रे;
न बिखेर अपनी रहो मे...
निखर जाएगा समझौता कर ले,
बिखर जायेगा ना हठ कर बे;
शीशा कहा टिकता गिर कर रे,
क्यो मिटा रहा तु खुद को यूँ,
टकरा क्यो रहा है तु पत्थरो से ये,
अब और तू न जिद्द कर रे;
न बिखेर अपनी रहो मे...