दिल में आसा के फूल खिले
दिल में आसा के फूल खिले
कोई तुमको भी तो अपना कहे
दिल से कभी नहीं तुम कहते हो
सुबह शाम जो तुम चलते रहते हो
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कोई तुमको भी तो अपना कहे
दिल से कभी नहीं तुम कहते हो
सुबह शाम जो तुम चलते रहते हो
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