वो मलक हैऔर मुर्शद भी..
वो मलक है
और मुर्शद भी..
वो आयत है
और उल्फत भी..
मैंने की है हसरत उसकी,
कम लगी मोहब्बत
तो की इबादत...
और मुर्शद भी..
वो आयत है
और उल्फत भी..
मैंने की है हसरत उसकी,
कम लगी मोहब्बत
तो की इबादत...