अनंत यात्रा के पथिक
इस सुनसान रात में, चाँदनी का साथ नहीं,
दूर कहीं, एक तारा, मेरी तन्हाई से बात करता है।
शीतल हवा का झोंका, जैसे कहानियाँ सुनाता है,
मेरी आत्मा के सूने पन्नों पर, एक नया अध्याय लिखता है।
वो पुरानी यादें, जैसे धूल में पड़े सपने,
अब भी अनछुए, अनसुने, क्यों दिल में रह जाते हैं।
एक उम्मीद की किरण, अँधेरे में भी जलती है,
जीवन की इस राह में, नये अर्थों को खोलती है।
इस रात की चुप्पी में, एक गीत गुनगुनाती हूँ,
अपने दर्द और खुशी के, सब रंगों को समेटती हूँ।
जीवन के इस पथ पर, कई मोड़ आए हैं,
कुछ खोया है, कुछ...
दूर कहीं, एक तारा, मेरी तन्हाई से बात करता है।
शीतल हवा का झोंका, जैसे कहानियाँ सुनाता है,
मेरी आत्मा के सूने पन्नों पर, एक नया अध्याय लिखता है।
वो पुरानी यादें, जैसे धूल में पड़े सपने,
अब भी अनछुए, अनसुने, क्यों दिल में रह जाते हैं।
एक उम्मीद की किरण, अँधेरे में भी जलती है,
जीवन की इस राह में, नये अर्थों को खोलती है।
इस रात की चुप्पी में, एक गीत गुनगुनाती हूँ,
अपने दर्द और खुशी के, सब रंगों को समेटती हूँ।
जीवन के इस पथ पर, कई मोड़ आए हैं,
कुछ खोया है, कुछ...