❤️❤️
हमारे दिल के आंगन का ,
गुलशन आज खिला है ।
गुलाब खिल उठा है आज ,
दिल को महकाने लगा है ।
खुबसुरत सी तितलीया
झुम रही है खुशी से ।
गुनगुनाती मधुमक्खीयां ,
शहद पी रही है खुशी से ।
झूम उठा है बदन मेरा ,
झूम उठी है धडकन ।
जब से देखा है सनम को ,
बढ रही है तडपन ।
आँखो से ओझल न हो रही
तेरी वो छोटीसी झलक ।
तडपन है फिर भी ,
ना झपकी है मेरी पलक।
सुहाना लग रहा है ,
तेरा इंतजार करना।
सुहाना लग रहा है,
तेरे इश्क में तडपना ।
© sakshi
गुलशन आज खिला है ।
गुलाब खिल उठा है आज ,
दिल को महकाने लगा है ।
खुबसुरत सी तितलीया
झुम रही है खुशी से ।
गुनगुनाती मधुमक्खीयां ,
शहद पी रही है खुशी से ।
झूम उठा है बदन मेरा ,
झूम उठी है धडकन ।
जब से देखा है सनम को ,
बढ रही है तडपन ।
आँखो से ओझल न हो रही
तेरी वो छोटीसी झलक ।
तडपन है फिर भी ,
ना झपकी है मेरी पलक।
सुहाना लग रहा है ,
तेरा इंतजार करना।
सुहाना लग रहा है,
तेरे इश्क में तडपना ।
© sakshi