कष्टों का एहसास
राम का सफर, कांटों से भरी राह,
भरत ने पादुका छोड़ी, दिल में भरी सच्ची चाह।
भैया के कदमों के निशान, खुद में समा लिए,
कष्टों का एहसास, अपनी रूह में सजा लिए।
राम का प्यार, भरत का सम्मान,
कांटों भरे रास्ते, दिल में अरमान।
वनदेवी से बोले, कांटे हटा दो,
भाई के लिए, रास्ता साफ बना दो। ...
भरत ने पादुका छोड़ी, दिल में भरी सच्ची चाह।
भैया के कदमों के निशान, खुद में समा लिए,
कष्टों का एहसास, अपनी रूह में सजा लिए।
राम का प्यार, भरत का सम्मान,
कांटों भरे रास्ते, दिल में अरमान।
वनदेवी से बोले, कांटे हटा दो,
भाई के लिए, रास्ता साफ बना दो। ...