...

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जिदंगी का जाल
मै सयानी थी, जिंदगी हरी थी
लेकिन मूझे नही पता कि ,

यह तो काटो से तरबतर भरी थी

मे तो बडी शान से इन काटो पर चल पडी

मगर पता नही था मेरी यही जिंदगी मौत के गले जा पडी

रोयी , तडपी, चीखे निकली, परायो ने अपना बनाकर लूटा 😭😭😢
लेकिन पता था वो पयार नही था उनहोने मेरी जिंदगी का मजाक बनाया
हर राह पर लोगो ने अपना बनाने का छल किया

😢😭 मगर पता नही था कि उनहोने मेरी जिंदगी की नीलामी की या कतल किया

आँधी , तुफान , काँटे , बवंडर और मेरी जिंदगी का मजाक था

लेकिन पता नही था वो मेरी जिंदगी का आखिरी दिन था😣

पता नही था कि यह जिंदगी इतनी जालिम हो जायेगी
मेरे अपनो के बली चढाने की धमकी दे जायेगी😣😭😢😢😢😭


हे! जालिम जिंदगी मुझे छोड दे

बखस दे😣😢😭