...

3 views

बात आज की
काव्य की विधा वही
जो दिल को छू जाये
मीरा और सूर का गाया
भक्ति रस कहाये
कबीर के बोल
सूक्तियां कहलाये
चन्द्र ने लिखी
पृथ्वीराज रासो
तो बरदाई कहाये
जावेद साहब लिखें
तो गीत मन में छाये
मैं लिख दूं कुछ तो
समझो बात
आज की गाये।।




© Mohan sardarshahari