कैसे मोड़ पे तूने दिल तोड़ा है।
कल मिलेंगे या नहीं
ये वक़्त पे छोड़ा है
तूने भी कैसे मोड़ पे
मेरा दिल तोड़ा है
तुझे खो मैं सकता नहीं ,
पाना मेरे बस में नहीं ...
उम्मीद की टंकी में ,
अब तेल बोहत थोड़ा है ,..
तूने भी कैसे मोड़ पे ,
मेरा दिल तोड़ा है
ख़्वाब आते थे पहले
अब ये भी मुश्किल हुआ
आँखों से...
ये वक़्त पे छोड़ा है
तूने भी कैसे मोड़ पे
मेरा दिल तोड़ा है
तुझे खो मैं सकता नहीं ,
पाना मेरे बस में नहीं ...
उम्मीद की टंकी में ,
अब तेल बोहत थोड़ा है ,..
तूने भी कैसे मोड़ पे ,
मेरा दिल तोड़ा है
ख़्वाब आते थे पहले
अब ये भी मुश्किल हुआ
आँखों से...