लम्हे जो बीत गए हैं कल
वो करोड़ों पल, लम्हे जो बीत गए हैं कल
याद आते हैं आज पल-पल.....
वो मृदु उमंग की एक तरंग कर जाती है आंखें नम ॥ वो हँसी-खुशी से भरा बचपन हो गया है छू-मंतर.....
काश वापस आ जाती वो...
याद आते हैं आज पल-पल.....
वो मृदु उमंग की एक तरंग कर जाती है आंखें नम ॥ वो हँसी-खुशी से भरा बचपन हो गया है छू-मंतर.....
काश वापस आ जाती वो...