पुरानी
#संभावनाओंक
पुरानी चाभीयाँ नये दरवाजे
झाँकती उदासियाँ
चुभती तन्हाईयाँ
बड़ा दर्द देती है
यादों के ताले जब लगी हो
नये दरवाजे पर
अजनबी तो अजनबी होते हैं
हम तो खुद से मिलकर भी
खुद के लिए अजनबी ही रह गए
ताउम्र भर के
पुरानी चाभीयाँ नये दरवाजे
झाँकती उदासियाँ
चुभती तन्हाईयाँ
बड़ा दर्द देती है
यादों के ताले जब लगी हो
नये दरवाजे पर
अजनबी तो अजनबी होते हैं
हम तो खुद से मिलकर भी
खुद के लिए अजनबी ही रह गए
ताउम्र भर के