...

9 views

कुछ ख़ास
चलो जिंदगी का अलग, अंदाज लिखती हूं
कड़वाहट भरे दौर में,कुछ मिठास लिखती हूं

सुनो मत तोड़ा करो यूँ रिश्ता हर किसी से ,
सब मतलबी और पराये नहीं होते हैं।
और कुछ यूं भी छोड़ जाते है रिश्तो को,
सारे वक़्त और मजबूरी के सताये नहीं होते।
भले टूटे हो ख्वाब, देखने का नाज़ लिखती हूं।

चलो जिंदगी का अलग, अंदाज लिखती हूं।
कड़वाहट भरे दौर में,कुछ मिठास लिखती हूं।
संजू कुशवाह✍️

© @__Dil _ki_baate_