क्या मैं आज़ाद हूँ?
© All Rights Reservedविषय:मैं आज़ाद हूँ।
शीर्षक:क्या मैं आज़ाद हूँ?
विद्या:कविता।
मैं आजाद हूँ,ऐसा मैंने रोज सुना।
सुनकर ऐसा मैंने,
न जाने कितने,सपनों को बुना।
पर न मिली कोई ख़ुशी,
न कोई स्वप्न सम्पूर्ण हुआ।
जीवन में तय किया जो लक्ष्य,
न अब तक पूर्ण हुआ।
आजादी,आजाद जैसे शब्द,बस शब्द ही रह गए।
आजादी की चाह में हम,
पिंजरे में बंद रह गए।...