तू..... मैं....
तू पर्वतों पर रहता बादल आवारा
मैं बरसती बूँदों का पानी
तू हर बदलते मौसम का रवानी
मैं पतझड़ की खोई कोई कहानी
तू सीधी...
मैं बरसती बूँदों का पानी
तू हर बदलते मौसम का रवानी
मैं पतझड़ की खोई कोई कहानी
तू सीधी...