चलो....
चलो किसी दूसरी दुनिया में चलें,
जहां गम का दरिया ना हो।
खो जाएं हम वहां और फिर वापस
आने का कोई ज़रिया ना हो।
चलो भूल जाएं कि हम सदियों से
एक दूसरे को जानते हैं।
बैठ जाएं उसके पाक़ आगोश में
जिसे हम खुदा मानते हैं।
चलो रूह को महसूस करें और भूल
जाएं कि हम इंसान...