विदाई😓
जो हँसता और खुश़ रहता था
वो अंदर ही अंदर टूट गया ।
ऐसी भी क्या मज़बूरी थी
जो खुद से ही वो रूठ गया ।।
क्या अपना नही था कोई तेरा
जो सबको यूं तन्हा छोड़ गया ।
क्या जीवन...
वो अंदर ही अंदर टूट गया ।
ऐसी भी क्या मज़बूरी थी
जो खुद से ही वो रूठ गया ।।
क्या अपना नही था कोई तेरा
जो सबको यूं तन्हा छोड़ गया ।
क्या जीवन...