बदलता है, सबकुछ बदलता है
#बदलता है , सबकुछ बदलता है ..!
जब हम तपते हैं और नहीं थकते हैं
कोई साथ नहीं फिर अकेले चलते हैं
उम्मीदों के दीए जब जलते हैं
कठिन डगर पर पांव जब चलते हैं
अंगारों पर हंसते जब चलते हैं
धीर धीरे जब हम बढ़ते हैं ....
बदलता है , सबकुछ बदलता है ..!
...
जब हम तपते हैं और नहीं थकते हैं
कोई साथ नहीं फिर अकेले चलते हैं
उम्मीदों के दीए जब जलते हैं
कठिन डगर पर पांव जब चलते हैं
अंगारों पर हंसते जब चलते हैं
धीर धीरे जब हम बढ़ते हैं ....
बदलता है , सबकुछ बदलता है ..!
...