5 views
हमारी कहानी है....
मैं धुंधला हुआ कोहरा,
तुम धूप निराली सी;
ये उलफ़त है नही अब की,
ये सदियों पुरानी है।
मैं आस हूँ जीवन की,
तुम स्वांस मेरे तन की;
ये मन नहीं मूक बधिर,
ये कहे कहानी है।
कठिनाई आनी है ,
आकर चली जानी है;
आंसू है कुछ पल के,
बहकर मोती बन जाना है।
दिल सौंप दिया है तुमको,
अब सूझे नही कोई;
नैनो की राह पकड़ ,
दिल में एक उम्र बितानी है।
© pagal_pathik
तुम धूप निराली सी;
ये उलफ़त है नही अब की,
ये सदियों पुरानी है।
मैं आस हूँ जीवन की,
तुम स्वांस मेरे तन की;
ये मन नहीं मूक बधिर,
ये कहे कहानी है।
कठिनाई आनी है ,
आकर चली जानी है;
आंसू है कुछ पल के,
बहकर मोती बन जाना है।
दिल सौंप दिया है तुमको,
अब सूझे नही कोई;
नैनो की राह पकड़ ,
दिल में एक उम्र बितानी है।
© pagal_pathik
Related Stories
11 Likes
1
Comments
11 Likes
1
Comments