जाने क्यों
जाने क्यों आज़...
साम होते ही
याद तेरी आने लगी...
पलके खुद ब खुद
भीग जाने लगी...
एक चहरा...
साम होते ही
याद तेरी आने लगी...
पलके खुद ब खुद
भीग जाने लगी...
एक चहरा...