...

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मैं आपकी सेवा में
मुखारी रागम
सुनने में
कितनी चाहत है

यह मेरा है
अनजाने में
इसका आनंद लें

आपका
कम से कम मुस्कान में
मन
मुझे भूल जाने दो

क्या उँगलियाँ उठाने वालों को पता है?
तुम दिल मे
आवरन छुपा दिया

मुझे पता है
मुझे विदा करो
देखने में
आप कितने गौरवान्वित हैं

तुम ऐसे ही रहो
मैं लय मिलाते कर रहा हूं
© MASILAMANI(Mass)(yamee)