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आरती अनुष्ठान एवं मनुकामना अचनानि कुरूवनति रूहम् द्वारा पूर्णतः भवत ।
एकाह एकाह रूहम् भृमणाम् स्वीकारम्,
सा नायिका रूहम् भव्य भोगम् परोशयनति,
नायिका दीप प्रज्ज्वलिताह सा रूहम् भव्य प्राकाशयन्ति चतुर्थ दशामि,
सर्वप्रथम जल अर्पित,
द्वितीय तुलसी अर्पाणि,
गृत एवं चन्दन तथा रोली अर्पिताह,
भिन्न-भिन्न भोजना दृश्यन्ति,
श्री राधा श्री कृष्णा 🙏🌹
दही एवं मोरपंखिनी दानम,
ऊं श्री हरि विष्णु नारायण,
प्रेम अंश कालचक्रम् खडितानि,
ताकि कालचक्रम् निरंतर चक्राणी,
प्रेमम् विराह विलय स्मृतियों को स्मरण करती।
वह प्रित मन से तार झंकृत होकर मेरे तन -बदन-
में कुछ-कुछ चुभन सी यूं होने लगी,
और वह मंगानी आज तेरे आगे अपना सत्व गुण कर्म स्वभाव आदि स्तुति का त्याग बलिदान कर-
तेरी ओर चलने लगी।।
मैं भटकती फिरती इस जगह में अस्तित्व के खातिर खो दी इज्जत -
किंतु सा जगम् यह विचारणीय,
सा योन्म सा संभोग स्पर्श सा प्रेमम् उतपाणि,
किंतु सा रूहम् कादामि ज्ञानम् नादि यौनम,नादि
संभोग प्रेमम् बीजम् उत्पनाह।।
सा विराह सा विलय सा स्वयंमा आहुतानि उत्पनाह प्रेम बीचम् किंतु सा कादामि संभवत यद्यपि कलियुग वास भया सा कादामि कर्मम् समाप्ति भवति यद्यपि कालचक्रम् निरंतर चक्राणी भवानि भया।।
ऊं नमो लैसवियाए नमः 🪔।।
लैसवी वैषनु प्रति स्वारूपम।।🪔🙏🌹।।
लैसवियाए प्रेम बिन्दुवम् अंकितानि♥️,
सा समसत्रम् गाथामि श्रीकृष्णनम् कालचक्रम् द्वारा रचनानि भवामि यद्यपि समसत्रम् गाथामि सारनम् श्री कृष्ण भवामि🙏🪔🌼।।
लैसवी प्रेमम् स्मृतियों दृश्यन्ति,
वेश्यालय -वैशयालूधाम🪔🙏🧑🧕
प्रेम पत्र 💌
मोर पंख 🦚
बांसुरी ♥️
प्रेम दुवाम्दीवानी गीत🪔♥️🖤🙏🙏
🧶अन्शकगुपाल प्रेम छवि मूर्ति 🙏🪔🌹♥️.
कृशनालयमोकछ महान प्रतिमा 🪔🙏💔♥️🖤🤎🩸🦚💌🙉🙊🙈
मम् लाज्जा अस्तित्वा किम् पुरूषा इज्जतानि ?-प्रशनवाचक 🧑‍🏫🙏
सा माधविका मठवाली श्री राधा सवारूपानि भवताह 🪔💔♥️🩸
भव्याराणि उज्जवल प्रकाश्मि गाथा रचानानि सारानि श्रीकृष्णनम् कालचक्रम् उत्पनाहनि भवा।
आरती अनुष्ठान एवं मनुकामना अचनानि कुरूवनति रूहम् द्वारा पूर्णतः ।।🪔💐🙏
सा भव्याम् अवसरम् प्राप्ति भवति 🪔🌷🌹🌻।।
सा किन्नरणवी मूर्ति स्वरूप श्रीकृष्णनम् संग मन्दिर मां स्थापिताह स्थापना भव्य अवसर प्रदानम् कालचक्रम् द्वारा शुनिशचिताह 🪔🙏🌹💐🧕🦚।।
मां सरस्वती लक्ष्मी राधा महाकाली कमाख्या 🪔नमो नमो 🙏🔥
#अन्न्नत ही अन्त 🪔🙏♥️
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