तू है ख़ैर-शाह
तू करें हर पल हिफाज़त
बन्दा परवर तू है ख़ैर-शाह
भूले तू गुनाह भी बंदों के
मेरे मुर्शद तू है मेहर-शाह
औक़ात मेरी...
बन्दा परवर तू है ख़ैर-शाह
भूले तू गुनाह भी बंदों के
मेरे मुर्शद तू है मेहर-शाह
औक़ात मेरी...