भारतीय मसाले
मिर्च मसालों के बिना,सब लगे रसोई पौन।
रसना के रस के बिना, चखे भूल से कौन।।
अविकसित जब विश्व था,पशुवत सब का भोज।
भारत ने उस दौर में, सब लिए मसाले खोज।।
यह भी तब जाना गया, क्या इनके है गुण दोष।
कितनी लें नित मात्रा, तन जिस से हो निर्दोष।।
उत्पादन कैसे करें, कैसा हो मौसम अनुकूल।
ओषधि ये है किस मर्ज की , कैसे हरते तन शूल।।
सोने की चिड़िया बना, व्यापार किया भरपूर।
सारी दुनिया में...
रसना के रस के बिना, चखे भूल से कौन।।
अविकसित जब विश्व था,पशुवत सब का भोज।
भारत ने उस दौर में, सब लिए मसाले खोज।।
यह भी तब जाना गया, क्या इनके है गुण दोष।
कितनी लें नित मात्रा, तन जिस से हो निर्दोष।।
उत्पादन कैसे करें, कैसा हो मौसम अनुकूल।
ओषधि ये है किस मर्ज की , कैसे हरते तन शूल।।
सोने की चिड़िया बना, व्यापार किया भरपूर।
सारी दुनिया में...