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सुशांत सिंह राजपूत
पैसा, दौलत,नाम,काम
सब मोह माया है ।
कभी लगता है ये नही मिला,
कभी लगता है वो छुट गया
चैन से न एक पल बिताया है।
भईया आयेंगे आज मिलने,
बहन ने घर सिर पर उठाया था।
मिलूंगी आज़ साल भर के बाद,
माँ ने अरमान आँखो में सजाया था।
पर खुदा को तो कुछ ओर ही मंजूर था,
उसने कहा इरादा अपने दिल का बताया था।
#सुशांत सिंह राजपूत
© "अभिलाषा"खरे"
सब मोह माया है ।
कभी लगता है ये नही मिला,
कभी लगता है वो छुट गया
चैन से न एक पल बिताया है।
भईया आयेंगे आज मिलने,
बहन ने घर सिर पर उठाया था।
मिलूंगी आज़ साल भर के बाद,
माँ ने अरमान आँखो में सजाया था।
पर खुदा को तो कुछ ओर ही मंजूर था,
उसने कहा इरादा अपने दिल का बताया था।
#सुशांत सिंह राजपूत
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