माटी के लाल
हैं माई के लाल हम सारे
वो माटी के लाल कहाये थे।
इस देश की रक्षा की खातिर
जिन्होंने अपने प्राण ग्वायें थे।
थे सीमाओं के प्रहरी वो
घर कुटुंभ को तज के आये थे।
मांओं को रोता छोड़ कर
वो कफ़न बांध कर आये...
वो माटी के लाल कहाये थे।
इस देश की रक्षा की खातिर
जिन्होंने अपने प्राण ग्वायें थे।
थे सीमाओं के प्रहरी वो
घर कुटुंभ को तज के आये थे।
मांओं को रोता छोड़ कर
वो कफ़न बांध कर आये...