ज़िंदगी की राहों में
ज़िंदगी की राहों में कुछ भूला हूं
कुछ याद आया है
इक तुझे पाया तो सब कुछ पाया है
मैंने सुना है तुम्हारी सांसों की सरगम को
ऐसा लगता है जैसे श्री लता मंगेशकर जी ने
कोई प्यारा सा गीत गाया है
मैंने तुम्हें कुछ कहां नहीं
फिर क्यों सेब जैसे गालों पर गुस्सा आया है
मैं भूल गया हूं सारी दुनिया
इक तुम्हें देखकर
मेरी ज़िंदगी का हर एक...
कुछ याद आया है
इक तुझे पाया तो सब कुछ पाया है
मैंने सुना है तुम्हारी सांसों की सरगम को
ऐसा लगता है जैसे श्री लता मंगेशकर जी ने
कोई प्यारा सा गीत गाया है
मैंने तुम्हें कुछ कहां नहीं
फिर क्यों सेब जैसे गालों पर गुस्सा आया है
मैं भूल गया हूं सारी दुनिया
इक तुम्हें देखकर
मेरी ज़िंदगी का हर एक...