मैं निकली एक दिन खुद की तलाश में
मैं निकली एक दिन खुद की तलाश में
लेकिन खुद को तलाश न पाई मैं
फस के जमाने के जाल में
खुद को ना ढूंढ पाई में
धड़कन तो चलती है
पर कुछ महसूस नहीं होता...
लेकिन खुद को तलाश न पाई मैं
फस के जमाने के जाल में
खुद को ना ढूंढ पाई में
धड़कन तो चलती है
पर कुछ महसूस नहीं होता...