हमसफ़र
जिंदगी में चलते चलते
फिसल जाय अगर हम
हाथ बढ़ाकर थाम लेना
बन जाना मेरा हमसफ़र।
साथ में कोई स्वार्थ न हो
हमसे कोई आहत न हो
गैरों की पीड़ा को लेकर...
फिसल जाय अगर हम
हाथ बढ़ाकर थाम लेना
बन जाना मेरा हमसफ़र।
साथ में कोई स्वार्थ न हो
हमसे कोई आहत न हो
गैरों की पीड़ा को लेकर...