चाहतों को मर जाने दो ज़रा
वादों और कसमों को
टूट जाने दो ज़रा।
नया नया गम मिला है
मुस्कुराने दो ज़रा।
अश्क़ों का मौसम ये
दिल बहलाने दो ज़रा।
की बरसना ही है इनको
दिल की ज़मीन पे कभी तो।
अभी धड़कनें मध्धम है
चाहतों को मर जाने दो ज़रा।
© paras
टूट जाने दो ज़रा।
नया नया गम मिला है
मुस्कुराने दो ज़रा।
अश्क़ों का मौसम ये
दिल बहलाने दो ज़रा।
की बरसना ही है इनको
दिल की ज़मीन पे कभी तो।
अभी धड़कनें मध्धम है
चाहतों को मर जाने दो ज़रा।
© paras