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कामुकता
तुम जीभ निकाल के ललचाती मन मेरा हचकने का होगा, तुम जीभ लगा दोगी उसपर जरा सोचो आगे क्या होगा...
उस पर मेरी सोना के अधखुले जोबन गहरी क्लीवेज, बस देखकर कामुक रस निकले मत पूंछना स्वाद क्या होगा!!!
जुल्फों को सहलाने का मन मेरी सोना दबी दबे जोबन, यह हद होगी कामुकता की भारी तन फिर हल्का होगा...
मेरी जान मुझे एहसास हुआ तुम लाली से कर दोगी लाल, होंठों की लाली उस पर लगे लाल लाल दिखा होगा!!!
© आंचल_की_कलम
उस पर मेरी सोना के अधखुले जोबन गहरी क्लीवेज, बस देखकर कामुक रस निकले मत पूंछना स्वाद क्या होगा!!!
जुल्फों को सहलाने का मन मेरी सोना दबी दबे जोबन, यह हद होगी कामुकता की भारी तन फिर हल्का होगा...
मेरी जान मुझे एहसास हुआ तुम लाली से कर दोगी लाल, होंठों की लाली उस पर लगे लाल लाल दिखा होगा!!!
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