मज़ाक़
ये बेहतर क्या होता है!
भला बेहतर भी कुछ होता है!
और वो भी–
मेरे लिए,
तुम से बेहतर!
हहह!!
बहुत ख़राब सा मज़ाक़ है,
ख़ैर...
मैं हँस रहा हूँ,
बस सोच कर–
कि ये मज़ाक़ तुमने किया है।
© Lekhak Suyash
#lekhaksuyash
भला बेहतर भी कुछ होता है!
और वो भी–
मेरे लिए,
तुम से बेहतर!
हहह!!
बहुत ख़राब सा मज़ाक़ है,
ख़ैर...
मैं हँस रहा हूँ,
बस सोच कर–
कि ये मज़ाक़ तुमने किया है।
© Lekhak Suyash
#lekhaksuyash