सुकून ए जिंदगी।
सुकून - ए - जिंदगी रुई का गदा बेच कर .. मैंने इक दरी खरीद ली , ख्वाहिशों को कुछ कम किया मैंने और खुशी खरीद ली .. सबने खरीदा सोना .. मैने इक सुई खरीद ली , सपनो को बुनने जितनी डोरी...