...

22 views

अकेलापन
अकेलेपन का मुझे आदी होना,
मुझे अब अजीब नहीं लगता...
अपनेआप से ही बातें करना,
मुझे अब अजीब नहीं लगता..

खुद में ही खुद को ढूढ़ना,
फिर बातों में ही उलझ जाना,
पल भर के लिए खुश होना,
फिर गहरे समुद्र में डूब जाना,

अपने सवालों में घिरे रहना,
दूसरों के लिए जोकर बन जाना,
खुद से ही इतना हैरान होना,
लोगो के लिए परेशानी बन जाना,

ऐसी अजीब जिंदगी को जीना,
मुझे अब अजीब नहीं लगता..
हर पल असमंजस में रहना,
मुझे अब अजीब नहीं लगता...

मुनासिब नहीं समझता समझ बताना,
खेल हमने भी है सबका जाना,
तभी तो नीयत को परखना जाना,
ऐसी ही तो सीखा झूठी हंसी अपनाना,

हां तभी मुझे अब अजीब नहीं लगता..
ज़माने के समछ मायूस हो जाना...
© काफ़िर आयुष्मान