बगिया...
कल फिर देखा था उसको फूलों वाली बागियों में,
धुंधला सा सब हो गया था आश भरी उन गलियो में
जब एक फूल से...
धुंधला सा सब हो गया था आश भरी उन गलियो में
जब एक फूल से...