...

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गठबंधन
गुड्डे गुड़ियों के खेल की उमर मैं
डाल दिया गया था उसके गले मैं रजनीगंधा का माला
सास-ससुर, देवर-देवरानियो के साथ
बसाना पड़ा था उसे घर सारा
नादानी की झलक अभी जाने मैं देर थी
देर से गुजरने वाला था उसका बचपना
कहानियां सुना करती थी नानी-दादी से
के आकार ले जाएगा अपनी दुनिया मैं उसे एक राजकुमार
पर पारियों की कहानी की तरह हसीन जिंदगी होती कहा है...