शिक्षा
तोड़ अंधेरे की दिवार
आलोक से अवगत कराती है,
जो करे इसका सदुपयोग
उसे जानवर से इंसान बनाती है |
कभी मौखिक, लिखित रूप में आकर
खुद से परिचय कराती हैं ,
तो कभी विकट परिस्थितियों में
हमारी आत्मसम्मान बचाती हैं |
इसलिए इसे प्राप्त करने हेतु
ना होती कोई आयु,
है ये लोक में अति आवश्यक
जैसे कि नीर और वायु |
नर -नारी तथा ऊँच-नीच में
अंतर को ना दर्शाती हैं ,
देकर सबको समान अधिकार
...
आलोक से अवगत कराती है,
जो करे इसका सदुपयोग
उसे जानवर से इंसान बनाती है |
कभी मौखिक, लिखित रूप में आकर
खुद से परिचय कराती हैं ,
तो कभी विकट परिस्थितियों में
हमारी आत्मसम्मान बचाती हैं |
इसलिए इसे प्राप्त करने हेतु
ना होती कोई आयु,
है ये लोक में अति आवश्यक
जैसे कि नीर और वायु |
नर -नारी तथा ऊँच-नीच में
अंतर को ना दर्शाती हैं ,
देकर सबको समान अधिकार
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