आखिर कब तक??
आखिर कब तक ???
जल रही चिता इंसानियत की
कब तक चुप बैठोगे।।
लूटी जा रही अस्मत किसी की
कब तक तमाशा देखोगे।।
मुआवजा के मरहम तुम
कब तक लगाओगे??
उनके घर के बुझते चिराग को
क्या वापस लौटा पाओगे??
तूम न समझोगे दर्द के
...
जल रही चिता इंसानियत की
कब तक चुप बैठोगे।।
लूटी जा रही अस्मत किसी की
कब तक तमाशा देखोगे।।
मुआवजा के मरहम तुम
कब तक लगाओगे??
उनके घर के बुझते चिराग को
क्या वापस लौटा पाओगे??
तूम न समझोगे दर्द के
...