ज़िन्दगी
ज़िन्दगी में मिलती है कहाँ ज़िन्दगी,
मिली नहीं मुझे ढूँढी जहाँ ज़िन्दगी,
तेरे आने के इंतज़ार में ठहरी है,
तू आती है तो होती जवाँ ज़िन्दगी,
इक सूरत से रास्ते थी मिली नज़र,
तब से हो गई है परेशाँ ज़िन्दगी,
मेरी रूह में तलाशता हूँ बहुत,
मगर है तुझमें रवाँ ज़िन्दगी,
मैं तेरी ज़रूरत हूँ या नहीं,
है मगर तू मेरी हाँ...
मिली नहीं मुझे ढूँढी जहाँ ज़िन्दगी,
तेरे आने के इंतज़ार में ठहरी है,
तू आती है तो होती जवाँ ज़िन्दगी,
इक सूरत से रास्ते थी मिली नज़र,
तब से हो गई है परेशाँ ज़िन्दगी,
मेरी रूह में तलाशता हूँ बहुत,
मगर है तुझमें रवाँ ज़िन्दगी,
मैं तेरी ज़रूरत हूँ या नहीं,
है मगर तू मेरी हाँ...