सफल और असफल
हर बार असफल होना मुजको मंजूर नहीं,
हर बार असफल होने पर थोड़ी टूट सी जाऊ।
सफल होकर कुछ पाकर जीना चाहती हूं ,
लेकिन हर बार इस उम्मीद में रह जाती हूं, कि कहीं ,
इस बार अगर असफल हुई तो शायद रह ना पाऊं और बिना सफल हुए ही कहीं मै मर ना जाऊ ।
और हर बार हार जाऊ ऐसा हो नहीं सकता कभी तो असफलता कमजोर होगी और उस दिन मेरी सफलता मेरे संग होगी।
हर असफलता पे मेरा दिल भर सा आए पर,उसी शण मेरा दिमाग मेरे दिल को समझाए ,की एक दिन जरूर आएगा और उस दिन कोई तेरी पीठ थपथपा ये गा और मेरा दिल हर बार पूछे की आखिर वो दिन कब आएगा।
कब आएगा।
कब आएगा।
© pri
हर बार असफल होने पर थोड़ी टूट सी जाऊ।
सफल होकर कुछ पाकर जीना चाहती हूं ,
लेकिन हर बार इस उम्मीद में रह जाती हूं, कि कहीं ,
इस बार अगर असफल हुई तो शायद रह ना पाऊं और बिना सफल हुए ही कहीं मै मर ना जाऊ ।
और हर बार हार जाऊ ऐसा हो नहीं सकता कभी तो असफलता कमजोर होगी और उस दिन मेरी सफलता मेरे संग होगी।
हर असफलता पे मेरा दिल भर सा आए पर,उसी शण मेरा दिमाग मेरे दिल को समझाए ,की एक दिन जरूर आएगा और उस दिन कोई तेरी पीठ थपथपा ये गा और मेरा दिल हर बार पूछे की आखिर वो दिन कब आएगा।
कब आएगा।
कब आएगा।
© pri