life without internet...
घर घर का नजारा कुछ यूं होता
हाथ में फोन नहीं अपनो का साथ होता
मिलते रोज दोस्तों से
वो दो मिनट का hello, hii ना होता
फूटते रोज हसियों के पटाखे
अगर ये इंटरनेट का जाल ना...
हाथ में फोन नहीं अपनो का साथ होता
मिलते रोज दोस्तों से
वो दो मिनट का hello, hii ना होता
फूटते रोज हसियों के पटाखे
अगर ये इंटरनेट का जाल ना...