...

5 views

खुदकुशी
ये खुदकुशी मुझे बड़े प्यार से गले लगा रही ही है,
धीमी धीमी आवाज से मुझे पुकार रही है,
रेल की पटरियों में सोजा या चलती रेल से कूद जा ,
रसी के फंदे में झूल ले या दरिया की गहराई में उतरकर मुझे तलास ले,
ये खुदकुशी मुझे धीमी धीमी आवाज से मुझे पुकार रही है,
जहर के जाम को अपने होटो से लगाले ,
इन खूबसूरत वादियों की चोटियों से कूद जा,
शराब, सिगरेट ओर महोब्बत मुझसे मिलने के यार कितने हसीन रास्ते बताऊ ,
बार बार बस यही पुकार रही है,
ये खुदकुशी मुझे बड़े प्यार से गले लगा रही ही है।
© Verma Sahab