हे मेरे प्रभु
आया हूं आज आपके दर पर अपना शीश झुका के
अपने गमों को दबा के, अपने दर्द को छुपा के
आज अपना मोह छोड़ कर आया प्रभु
अपनी चरणों में ले मुझे
थक गया हूं इस मोह माया से अपनी शरण में ले मुझे
छोड़ दिया अहंकार अपना,...
अपने गमों को दबा के, अपने दर्द को छुपा के
आज अपना मोह छोड़ कर आया प्रभु
अपनी चरणों में ले मुझे
थक गया हूं इस मोह माया से अपनी शरण में ले मुझे
छोड़ दिया अहंकार अपना,...