❣️"जीवन का सार शिव"❣️
**तुम आदि, तुम्हीं अंत हो,
तुम शून्य, तुम्हीं शुरुआत हो।
सरल, प्रचंड का संगम तुम,
त्रिलोक में अनुपम आनंद हो।
जिसपर चढ़े तुम्हारा रंग,
उसको लगे ये दुनिया...
तुम शून्य, तुम्हीं शुरुआत हो।
सरल, प्रचंड का संगम तुम,
त्रिलोक में अनुपम आनंद हो।
जिसपर चढ़े तुम्हारा रंग,
उसको लगे ये दुनिया...