टूटी ये हस्ती
टूटी ये हस्ती
टूटे ये अरमान
भुगता खामियाज़ा
क्या किया एहसान
मंज़िल ये धुन्धली
अब मन ना करता
बस खामियाज़ा
मैं भरता
अब तो क्या कहना
क्या...
टूटे ये अरमान
भुगता खामियाज़ा
क्या किया एहसान
मंज़िल ये धुन्धली
अब मन ना करता
बस खामियाज़ा
मैं भरता
अब तो क्या कहना
क्या...