नेत्र
काला-सा गहरा तरंग है,
हर दृष्टि उसे स्मरण है,
याद रखने का अनोखा अंग है,
चाहे कोई इमारत हो या कोई सुरंग है,
इसका न कोई घमंड है,
मेरे नेत्र हमेशा...
हर दृष्टि उसे स्मरण है,
याद रखने का अनोखा अंग है,
चाहे कोई इमारत हो या कोई सुरंग है,
इसका न कोई घमंड है,
मेरे नेत्र हमेशा...