तुम मिलो मुझे किसी बहाने से..!
क़भी आएं ख़याल किसी दीवाने के
निकलें आँसु किसी वादे पुराने से,
कोई चेहरा गुदगुदाए हँसना चाहो
पऱ दिल भर आये जरा सा मुस्कुराने पे,
या यूँ हो के लंबी लगें छोटी सी शामें यह
औऱ मन घबराये अँधेरों के छाने से,
कोई याद आये किसी के छू जाने से
दूर जाना चाहो किसी के पास आने से,
आईना पहचानने लगे जब उदासी
छूपे ना दिल के राज लाख छुपाने से,
क़भी...
निकलें आँसु किसी वादे पुराने से,
कोई चेहरा गुदगुदाए हँसना चाहो
पऱ दिल भर आये जरा सा मुस्कुराने पे,
या यूँ हो के लंबी लगें छोटी सी शामें यह
औऱ मन घबराये अँधेरों के छाने से,
कोई याद आये किसी के छू जाने से
दूर जाना चाहो किसी के पास आने से,
आईना पहचानने लगे जब उदासी
छूपे ना दिल के राज लाख छुपाने से,
क़भी...