आसमां के छोर पर...
आसमां के छोर पर जो चांदनी गुनगुना रही,
पूछता है कौन वो गीत क्या सुना रही?
तपस्या है यह साध्य की, या साधना आराध्य की,
किसे पता है...
पूछता है कौन वो गीत क्या सुना रही?
तपस्या है यह साध्य की, या साधना आराध्य की,
किसे पता है...